ध्यान से मन की चंचलता कम होती है और अंदर का डर धीरे-धीरे शून्य होने लगता है। जैसे ही हमारे दिमाग से शरीर को संकेत मिलता है की कुछ खतरा हो सकता है तो शरीर अपनी अलग प्रतिक्रियाएं देता है. जबकि परिस्थितियां इतनी मुश्किल होती नहीं हैं जितना उन्हें लगने https://trishaktisadhna04826.csublogs.com/45978723/5-simple-statements-about-fear-aur-dar-ko-kaise-jeetein-tantrik-upay-divya-sadhana-explained